Tuesday 22 November 2016

वो मुहब्बत भी उसकी थी वो नफरत भी उसकी थी , वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी उसकी थी ! मैं अपनी वफा का इन्साफ किस से मांगता , वो शहर भी उसका था वो अदालत भी उसकी थी !

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